भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को 4 राज्यों के पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। झारखंड में भी दीपक प्रकाश की जगह विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया । राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पिछले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनावों में महज 2 एससी-एसटी सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी। संताल परगना के किसी भी आरक्षित विधानसभा सीट पर बीजेपी का खाता नहीं खुला था। यही नहीं, बीजेपी को राजमहल और चाईबासा जैसे आदिवासी बहुल लोकसभा सीटें भी गंवानी पड़ी थी। ऐसे में आदिवासी वोटों को अपने पाले में करने के लिए बीजेपी ने बाबूलाल मरांडी के रूप में बड़ा दांव चला है। संताल परगना में विधानसभा की 18 सीटें हैं। यदि पार्टी को झारखंड की सत्ता पर वापसी करना है तो संताल में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। बाबूलाल मरांडी चूंकि संताल आदिवासी समुदाय से आते हैं इसलिए बीजेपी ने उनको मौका दिया है।
झारखंड बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हम प्रदेश में सभी 14 लोकसभा सीटें जीतेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली बार हमने 12 सीटें जीती थीं। इस बार बाकी 2 सीटों पर भी जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड का संपूर्ण विकास ही मेरी प्राथमिकता है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी के बाकी वरीय नेता, कार्यकर्ता और झारखंड की जनता मिलकर नया झारखंड गढ़ेंगे। उन्होंने यह स्वीकार करते हुए कि संताल में चुनौती है कहा कि भारतीय जनता पार्टी सभी चुनौतियों का सामना करने को तैयार है। बाबूलाल मरांडी को आदिवासी चेहरा बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे झारखंड की जनता ने परखा है। नजदीक से कार्यों को देखा है। बता दें कि बाबूलाल मरांडी को 29 साल बाद झारखंड बीजेपी की कमान सौंपी गई है। इससे पहले वर्ष 1994 में उन्हें वनांचल बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया था। वो झारखंड के पहले मुख्यमंत्री भी थे।
बीजेपी के निवर्तमान अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी झारखंड में अच्छा प्रदर्शन करेगी। हम सब मिलकर झारखंड को आगे बढ़ाएंगे। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मुझे यकीन है कि बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में झारखंड में बीजेपी का प्रदर्शन उल्लेखनीय होगा। दूसरी ओर, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बाबूलाल की नियुक्ति पर तंज किया है। झामुमो ने कहा कि झारखंड में बीजेपी के लिए यह ताबूत में आखिरी कील जैसा है। उन्होंने कहा कि सालों तक बाहर रहने के बाद बीजेपी को कोई चेहरा नहीं मिला