झारखंड में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं की भी गतिविधियां तेज हो गयी हैं. खूंटी लोकसभा चुनाव में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की करारी हार के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगने शुरू हो गये हैं कि भाजपा, अर्जुन मुंडा को विधानसभा चुनाव में उतार सकती है. अर्जुन मुंडा को इस बात का भी डर है कि कहीं लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में भी परिस्थिति अनुकूल नहीं बनी, तो उनके राजनीतिक भविष्य पर बड़ा डेंट लगेगा. ऐसे में उनकी पत्नी मीरा मुंडा को खरसांवा विधानसभा से चुनाव लड़वाया जा सकता है. दूसरी ओर उनके करीबियों के अनुसार, अगर अर्जुन मुंडा विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे, तो उनकी प्रथामिकता सरायकेला विधानसभा हो सकती है. वहां के लोग झामुमो का विकल्प भी ढूंढ रहे हैं.
गौरतलब है कि हाल के लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी पांच आदिवासी आरक्षित सीटों पर भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी. इससे सबक लेते हुए भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के दिग्गज आदिवासी नेताओं को मैदान में उतारने की रणनीति बना रही है. इसके तहत विधानसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा के अलावा सुदर्शन भगत, अरुण उरांव और गीता कोड़ा को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि अर्जुन मुंडा अपने गृह विधानसभा इलाके में अपने करीबियों को कह चुके हैं कि पार्टी जो जिम्मेवारी देगी, उसे पूरा करेंगे. लेकिन टिकट नहीं मांगेंगे.
लोकसभा चुनाव के पूर्व भाजपा के सरायकेला खरसावां जिला अध्यक्ष विजय महतो के हटाये जाने का असर भी लोकसभा चुनाव में पड़ा था. विजय महतो कुर्मी समुदाय से आते हैं. जिले में कुर्मी वोटरों की संख्या 55000 से अधिक है. महतो वोटरों के बिखराव के कारण लोकसभा चुनाव में खरसांवा-विधानसभा से भाजपा पिछड़ गयी थी. वहां के दर्जनों कुर्मी बहुल बूथों में भाजपा 100 वोट भी नहीं ला सकी थी. वहीं चार बूथों में पार्टी 10 का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी थी.
खरसावां विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए प्रमुख तौर पर तीन उम्मीदवारों के नाम की चर्चा तेज हैं. इनमें पहले स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा हैं. मीरा, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति में भी रह चुकी हैं. अर्जुन मुंडा के चुनाव नहीं लड़ने की सूरत में पार्टी मीरा मुंडा को आगे ला सकती है. वहीं दूसरे दावेदारों में भाजपा एसटी मोर्चा के कोषाध्यक्ष गणेश महली हैं. वह खरसांवा विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख और सक्रिय भाजपा नेताओं में गिने जाते हैं. वहीं, पूर्व विधायक और पार्टी के पुराने कार्यकर्ता मंगल सिंह सोय भी टिकट के दावेदारों में से एक हैं.
भाजपा जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव कहते हैं कि अर्जुन मुंडा से उनके चुनाव लड़ने को लेकर कई बार बात की. उन्होंने साफ कहा है कि पार्टी का फैसला ही उनका निर्णय होगा. वे खुद टिकट की मांग नहीं करेंगे. वहीं दूसरे दावेदारों के संबंध में कहा कि पार्टी जिसे टिकट देगी, उसके लिए पूरा संगठन काम करेगा. पार्टी में कई नेता हैं, जिनमें मीरा मुंडा, जंयती सोय, मंगल सिंह मुंडा, लाल सिंह मुंडा आदि का नाम शामिल है. लेकिन किसी ने भी अब तक टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश नहीं की है.