Apur Pathsala/ सरायकेला: माताजी आश्रम की पहल पर जामबनी गांव में झारखंड राज्य का 31वां ‘अपुर पाठशाला’ का उद्घाटन हुआ। इसका उद्देश्य बच्चों को बंगला भाषा सिखाना है।
उत्साहित बच्चे, जागरूक अभिभावक:
उद्घाटन कार्यक्रम में अभिभावकों को बच्चों को बंगला भाषा सिखाने के लिए प्रेरित किया गया। 40 से अधिक बच्चों ने नामांकन लिया।
प्रेरणादायक कार्यक्रम:
शंकर चंद्र गोप, जनमेजय सरदार, सुनील कुमार दे सहित कई वक्ताओं ने बंगला भाषा को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुफ्त शिक्षा और साहित्य वितरण:
बच्चों को वर्ण परिचय पुस्तकें मुफ्त में दी गईं। हर रविवार सुबह 9 बजे क्लास चलेगी।
भविष्य की दृष्टि:
यह पाठशाला न केवल भाषा सिखाने का केंद्र बनेगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता का भी केंद्र साबित हो सकता है।