जमशेदपुर: जमशेदपुर से सटे सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज के 90 विद्यार्थियों को हॉस्टल में बंधक बना लिया गया है. वैसे बंधक बनाने वाला कोई और नहीं कॉलेज का प्रिंसिपल है. विद्यार्थियों ने कॉलेज के प्रिंसिपल पर फ्रेसर पार्टी के लिए पैसा नहीं देने के आरोप में हॉस्टल में बंद कर दिया है.
इतना ही नहीं विद्यार्थियों का यह भी आरोप है कि सीनियर विद्यार्थियों से प्रिंसिपल ने पिटाई भी करवाई है, जिसमें कई बच्चे घायल हो गए हैं. वैसे हॉस्टल में इस विद्यार्थियों को रखा जाता है, जो गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले हैं. ऐसे में किसी विद्यार्थी के पिता गार्ड का काम करता है तो कोई धान बेचकर अपने बच्चों को कॉलेज में एडमिशन कराया है. ऐसे में प्रिंसिपल के रवैया से विद्यार्थी काफी नाराज है और डरे समय हुए हैं. अब तो सभी यहां से पलायन करने के मूड में है. जबकि यह सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज है. हालांकि इस मामले में प्रिंसिपल कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और ना ही कैमरा के सामने आने को तैयार है. वैसे स्थानीय थाना की सूचना मिली स्थानीय थाना पहुंचकर एक बार ताला तो खुलवा दिया लेकिन पुलिस के जाने के बाद दोबारा ताला लगा दिया गया. अब सवाल यह उठता है कि विद्या के मंदिर में विद्यार्थियों के साथ क्या हो रहा है.
जमशेदपुर: जमशेदपुर से सटे सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज के 90 विद्यार्थियों को हॉस्टल में बंधक बना लिया गया है. वैसे बंधक बनाने वाला कोई और नहीं कॉलेज का प्रिंसिपल है. विद्यार्थियों ने कॉलेज के प्रिंसिपल पर फ्रेसर पार्टी के लिए पैसा नहीं देने के आरोप में हॉस्टल में बंद कर दिया है.
इतना ही नहीं विद्यार्थियों का यह भी आरोप है कि सीनियर विद्यार्थियों से प्रिंसिपल ने पिटाई भी करवाई है, जिसमें कई बच्चे घायल हो गए हैं. वैसे हॉस्टल में इस विद्यार्थियों को रखा जाता है, जो गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले हैं. ऐसे में किसी विद्यार्थी के पिता गार्ड का काम करता है तो कोई धान बेचकर अपने बच्चों को कॉलेज में एडमिशन कराया है. ऐसे में प्रिंसिपल के रवैया से विद्यार्थी काफी नाराज है और डरे समय हुए हैं. अब तो सभी यहां से पलायन करने के मूड में है. जबकि यह सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज है. हालांकि इस मामले में प्रिंसिपल कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और ना ही कैमरा के सामने आने को तैयार है. वैसे स्थानीय थाना की सूचना मिली स्थानीय थाना पहुंचकर एक बार ताला तो खुलवा दिया लेकिन पुलिस के जाने के बाद दोबारा ताला लगा दिया गया. अब सवाल यह उठता है कि विद्या के मंदिर में विद्यार्थियों के साथ क्या हो रहा है.