शनिवार को Jamshedpur Co-operative College, जमशेदपुर, के स्वामी विवेकानंद सभागार में विश्व रंगमंच दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें ‘Astitva the Mirror’ थिरेटिकल सोसाइटी के विधार्थियों ने हिस्सा लिया । इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे । आपने कॉलेज में रंगमंच को व्यक्ततित्व विकास के लिए एक बेहतर माध्यम बताया।

डॉ अंतर कुमारी इस अवसर पर अस्तित्व द मिरर की अब तक की यात्रा और भावी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि रंगमंच से मानसिक बौधिक अध्यत्मिक विकास होता है । डॉ संजय यादव अंग्रेजी विभाग के एच वो डी ने अपने वक्तव्य में कहा है कि नाटक एक पुरातन कला होते हुए भी नवीन कला है ।
महात्मा गांधी जी को सत्य बोलने की प्रेरणा एक नाटक से मिला था जिसका नाम राजा हरिश्चंद्र था । इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर रवि कांत मिश्र ने कहा कि रंगमंच धन से नही जज्बातो से होता है । रंगकर्म ही जीवन कौशल है । इस अवसर पर विधार्थियों को रंगकार्यशाला के प्रतिभांगियो को उनके रंगप्रशिक्षण के लिए प्रमाण पत्र और मेडल दे कर सम्मानित किया । कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन से डा रूचिका तिवारी (अंग्रेजी विभाग) ने किया ।