Bokaro News: बोकारो के हरला थाना क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर-8 निवासी जयंत सिंह के अपहरण–हत्याकांड ने पुलिस जांच के दौरान सनसनीखेज मोड़ ले लिया है। जिस दोस्त पर जयंत को सबसे ज्यादा भरोसा था, वही उसकी मौत का कारण बना। पुलिस जांच में सामने आया है कि जयंत का करीबी परिचित वरुण कुमार उर्फ वरुण पासवान ही पूरे षड्यंत्र का अहम किरदार था।
पुलिस के अनुसार, वरुण कुमार ने पूर्व नियोजित साजिश के तहत जयंत सिंह को घर से बाहर बुलाया। इसके बाद उसने जयंत को शराब पिलाई और जब वह पूरी तरह नशे की हालत में आ गया, तो उसे सड़क किनारे खड़े मुख्य साजिशकर्ता बिनोद कुमार उर्फ बिनोद खोपड़ी के पास ले जाकर छोड़ दिया।
इसके बाद आरोपियों ने डंडे से जयंत सिंह की बेरहमी से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत जिलेबिया घाटी में फेंक दिया गया, ताकि अपराध का सुराग न मिल सके।
हत्या के बाद वरुण कुमार ने खुद को शक के दायरे से बाहर रखने के लिए बेहद शातिर चाल चली। वह मृतक की पत्नी अमृता सिंह के साथ हरला थाना पहुंचा और जयंत के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इतना ही नहीं, तीन दिन बाद वह अमृता सिंह को साथ लेकर एसपी कार्यालय भी पहुंचा और न्याय की गुहार लगाई, ताकि किसी को उस पर संदेह न हो।
11 दिसंबर 2025 को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसपी बोकारो के निर्देश पर नगर डीएसपी आलोक रंजन के नेतृत्व में विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। एसआईटी ने तकनीकी साक्ष्य और परिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर पूरे अपहरण–हत्याकांड का खुलासा किया।
पुलिस ने मुख्य आरोपी बिनोद खोपड़ी समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से एक ऑल्टो कार, दो मोबाइल फोन और चार लाठियां बरामद की गई हैं। अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।मामले की जानकारी देते हुए एसपी बोकारो हरविंदर सिंह ने बताया कि यह हत्या सुनियोजित साजिश का परिणाम थी और सभी दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।


