Gamharia Clash: सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया अंचल कार्यालय में बुधवार को आजसू नेता महेश्वर महतो और अंचल कर्मी राकेश कुमार के बीच हुई हाथापाई और गाली-गलौज ने जिला प्रशासन की कार्यसंस्कृति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। यह घटना उस समय हुई जब नेता ने कर्मचारियों पर लगातार परेशान करने और पैसों की मांग करने का आरोप लगाया। हालांकि कर्मियों ने इन आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है।
घटना के बाद अंचल कार्यालय में दहशत का माहौल बन गया है। कई कर्मचारियों का कहना है कि सरकारी दफ्तरों में राजनीतिक दखल, दलाली और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है और कर्मचारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस तरह की घटनाओं को चिंताजनक बताते हुए प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
घटना की सूचना मिलते ही सीओ सह बीडीओ प्रवीण कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत कराया। उन्होंने दोनों पक्षों की बात सुनी और मामले की जांच के आदेश दिए। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि कार्यालय में किसी भी प्रकार की दबंगई या अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप की पुरानी बहस को तेज कर गई है। कर्मचारियों का कहना है कि वातावरण इतना तनावपूर्ण हो चुका है कि कई बार उन्हें काम करते समय भी सुरक्षा को लेकर चिंता रहती है। दूसरी ओर, आजसू नेता का आरोप है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
अंचल अधिकारी द्वारा गठित जांच समिति जल्द ही पूरे मामले में तथ्य जुटाएगी। यह तय माना जा रहा है कि रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि झगड़े की वास्तविक वजह क्या थी और किसकी गलती सामने आती है। फिलहाल, कार्यालय के कर्मचारी और स्थानीय लोग प्रशासन से कड़े कदम की उम्मीद कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


