Property Captivity Case: बोकारो जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां सेक्टर 6डी स्थित आवास संख्या 2517 में एक मां और उसके बेटे को करीब 15 महीने तक बंद करके रखा गया था। पुलिस ने मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर बंद घर से दोनों को रेस्क्यू किया।
सेक्टर 6 थाना प्रभारी संगीता कुमारी ने बताया कि दोनों की हालत बेहद खराब थी। घर के अंदर वे अस्वस्थ और कमजोर स्थिति में मिले। उन्हें तत्काल प्राथमिक इलाज के लिए भेजा गया है।
पीड़ित संतोष सिंह ने बताया कि उन्हें और उनकी मां को सेक्टर 3 निवासी अशोक सिंह ने कैद कर रखा था। संतोष के अनुसार, अशोक सिंह कांग्रेस का महासचिव और इंटक (INTUC) का अध्यक्ष है। आरोप है कि वह समय-समय पर बेहद कम मात्रा में राशन देता था और घर के बाहर से ताला बंद कर चला जाता था।
पीड़ित ने बताया कि जब जरूरत पड़ती थी तो वे घर की खिड़की से रस्सी के सहारे झोला नीचे लटकाकर आसपास के लोगों से दवा या अन्य सामान की मांग करते थे। कई बार लोग दया दिखाकर उन्हें जरूरी चीजें दे देते थे।
संतोष सिंह के मुताबिक, वे चास के तारानगर के निवासी हैं और पत्नी से विवाद के चलते मामला न्यायालय में लंबित है। इस दौरान अधिवक्ता नीतीश टंडन ने उनकी मां की मुलाकात अशोक सिंह से कराई थी। संतोष ने बताया कि उनके केस में खर्च किए गए पैसे के एवज में अशोक सिंह ने उनकी चास वाली प्रॉपर्टी को अपने नाम कराने की साजिश रची और पावर ऑफ अटॉर्नी भी अपने कब्जे में ले लिया।
पीड़ित के अनुसार, 23 जुलाई 2024 से ही मां-बेटे को उक्त आवास में बंद कर रखा गया था। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है और आरोपी अशोक सिंह की भूमिका की पुष्टि के लिए साक्ष्य जुटा रही है।