Dalma Elephant Marathon: हाथियों के संरक्षण का संदेश‚ दौड़ में उमड़ा जनसैलाब

Dalma Elephant Marathon: जमशेदपुर के दलमा क्षेत्र में झारखंड सरकार के वन विभाग द्वारा हाथियों के संरक्षण को लेकर एक अनूठी पहल की गई। ‘रन फ़ॉर गजराज’ नाम से आयोजित इस मैराथन का आयोजन रविवार को दलमा पहाड़ की तराई में स्थित शहरबेड़ा फुटबॉल मैदान से किया गया। इस आयोजन

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Dalma Elephant Marathon: जमशेदपुर के दलमा क्षेत्र में झारखंड सरकार के वन विभाग द्वारा हाथियों के संरक्षण को लेकर एक अनूठी पहल की गई। ‘रन फ़ॉर गजराज’ नाम से आयोजित इस मैराथन का आयोजन रविवार को दलमा पहाड़ की तराई में स्थित शहरबेड़ा फुटबॉल मैदान से किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य केवल दौड़ नहीं, बल्कि लोगों के बीच हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना था।

उद्घाटन में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मौजूदगी

इस प्रेरणादायक पहल का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायिका सविता महतो, जमशेदपुर के उपायुक्त नितीश कुमार सिंह, और गज परियोजना के उप निदेशक सबा आलम अंसारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। उद्घाटन समारोह में भारी संख्या में स्थानीय नागरिक, वन विभाग के कर्मचारी और प्रतिभागी शामिल हुए, जिससे पूरे आयोजन में उत्साह और ऊर्जा का संचार देखने को मिला।

दलमा की वादियों से गुजरी 16 किलोमीटर की दौड़

यह मैराथन कुल 16 किलोमीटर लंबी थी, जो दलमा के तराई क्षेत्रों से होकर गुजरी और अंत में फिर से शहरबेड़ा फुटबॉल मैदान में समाप्त हुई। प्रतियोगिता का आयोजन मेंस और विमेंस दोनों कैटेगरी में किया गया, जिसमें कई राज्यों के धावकों ने भाग लिया।

प्रतिभागियों को मिला सम्मान और पुरस्कार

दौड़ में उम्दा प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। पुरुष वर्ग में रवि कुमार पाल (लखनऊ) पहले स्थान पर रहे, जबकि रोहित सरोज (उत्तर प्रदेश) दूसरे, अक्षय कुमार (उत्तर प्रदेश) तीसरे, गणेश कुमार (उत्तर प्रदेश) चौथे और मुकेश कुमार (राजस्थान) पांचवें स्थान पर रहे। सभी विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

वन विभाग और जूलॉजिकल सोसाइटी की संयुक्त पहल

गज परियोजना के उप निदेशक सबा आलम अंसारी ने बताया कि यह पहल वन विभाग द्वारा दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी में हाथियों के संरक्षण के उद्देश्य से की गई है। इस आयोजन में टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी ने भी सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से जनजागरूकता बढ़ती है और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलता है।

विधायिका ने सराहा प्रयास

मौके पर मौजूद विधायिका सविता महतो ने कहा कि झारखंड सरकार और वन विभाग का यह सफल प्रयास हाथियों के संरक्षण के लिए जनता को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भविष्य में ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर जोर दिया।

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