Ganesh Mahali land dispute: सरायकेला ज़िले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र के सालडीह में स्थित लगभग 2025 स्क्वायर फीट जमीन को लेकर चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता गणेश महली पर लगाए गए जमीन कब्जाने के आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने सोमवार को वैध दस्तावेज़ों के साथ मीडिया के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि उन्होंने यह जमीन वर्ष 2023 में श्रीकांत कुंभकार से विधिवत रूप से खरीदी थी।
बिक्री का स्वीकार, बीमारी बनी वजह
मौके पर मौजूद ज़मीन के पूर्व मालिक श्रीकांत कुंभकार ने भी इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि वह 2001 से उस जमीन पर रह रहे थे और इसे उन्होंने सरोज कुमार नामक व्यक्ति से खरीदा था। उनके पास रजिस्ट्री दस्तावेज़ मौजूद हैं, जो इस दावे को प्रमाणित करते हैं। श्रीकांत ने बताया कि कुछ समय पहले वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आए थे। इलाज के लिए आर्थिक मदद की आवश्यकता पड़ी, ऐसे में उन्होंने नेता गणेश महली से संपर्क किया और इलाज की खातिर जमीन बेच दी।
राजनीतिक साजिश का आरोप, मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रिया
गणेश महली ने कहा कि उक्त जमीन पर पहले झामुमो का पार्टी कार्यालय था और 2024 के चुनाव के बाद जब उन्होंने पार्टी बदली, तो कार्यालय की रंगाई-पुताई की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उसी समय से उन्हें निशाना बनाया जाने लगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जमीन सौदा पूरी तरह वैध था और उनके खिलाफ लगाया गया आरोप न केवल झूठा है, बल्कि एक पूर्वनियोजित छवि धूमिल करने की कोशिश है।नेता ने कुछ मीडिया संस्थानों पर बिना पक्ष लिए उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया और कहा कि वे इस एकतरफा रिपोर्टिंग के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी करेंगे।