Student Fund Theft: इंस्पायर अवार्ड की राशि पर शिक्षक ने किया कब्जा, शिक्षा विभाग की जांच शुरू

जमशेदपुर, कदमा: एडीएल सोसाइटी हाई स्कूल में कक्षा 9 के छात्र आसिफ खान के साथ हुई एक कथित वित्तीय अनियमितता ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्र सरकार की इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत छात्र को ₹10,000 की प्रोत्साहन राशि मिली थी, जिसका उपयोग उसे वैज्ञानिक प्रोजेक्ट बनाने के लिए करना था। लेकिन आरोप है कि स्कूल के साइंस टीचर ने यह राशि बैंक से निकलवा कर खुद रख ली।

डीसी से की गई शिकायत, बिष्टुपुर में हुई पूछताछ
छात्र आसिफ खान ने शुक्रवार शाम 4 बजे बताया कि उसे सरकार की ओर से जो पैसे मिले थे, उन्हें उसके साइंस टीचर ने बैंक से निकालकर ले लिया। छात्र ने इस संबंध में जमशेदपुर के उपायुक्त (DC) से लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए झारखंड शिक्षा विभाग की एक टीम शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित जिला शिक्षा कार्यालय पहुंची, जहां आसिफ को बुलाकर उससे पूछताछ की गई।
टीम ने प्रारंभिक जांच के तहत छात्र के बयान दर्ज किए और मामले से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि यदि आरोप सिद्ध होता है तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रोजेक्ट के नाम पर छीना गया हक
इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत छात्र को विज्ञान व नवाचार के लिए सहायता राशि दी जाती है ताकि वह अपने विचारों को व्यवहारिक रूप दे सके। लेकिन इस मामले में छात्र के अधिकार का सीधा उल्लंघन हुआ है। इस घटना ने न केवल छात्र का मनोबल गिराया है बल्कि स्कूल प्रशासन की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
शिक्षा व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
ऐसे मामलों में शिक्षकों की भूमिका पर सवाल उठना स्वाभाविक है। क्या जिन लोगों पर छात्रों के भविष्य को आकार देने की जिम्मेदारी है, वे स्वयं ही उनके हक को छीन रहे हैं? यह घटना न सिर्फ नैतिक पतन की ओर संकेत करती है बल्कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी एक गहरा धब्बा है।
फिलहाल शिक्षा विभाग ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है और जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट प्रशासन को सौंपने की बात कही गई है।